संभल जामा मस्जिद में सर्वे के बाद से ही तनाव का माहौल है. अभी तक इस हिंसा में 7 FIR हो चुकी है और 25 लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी पुलिस ने दी है.
संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर पांच दिनों से जारी तनाव के बाद रविवार को हालात बेकाबू हो गए। पथराव और फायरिंग के दौरान पुलिस और सैकड़ों उपद्रवियों के घायल होने की खबरें आई हैं। हालांकि, घायल लोग गिरफ्तारी के डर से इलाज के लिए चोरी-छिपे अस्पतालों का रुख कर रहे हैं। पुलिस अब इन घायल उपद्रवियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। एएसपी श्रीशचंद्र ने बताया कि जिला अस्पताल केवल दो घायल लोग इलाज के लिए पहुंचे थे, जबकि बाकी लोग गुपचुप तरीके से इलाज करा रहे हैं। पुलिस उनका भी पता लगा रही है।
आंसू गैस के गोले पर भी पत्थरबाजों ने पलटवार किया
पुलिस ने जब पथराव को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, तो उपद्रवी नकाब पहनकर आए थे, जिन्होंने वही गोले उठाकर पुलिस पर फेंक दिए। इससे पुलिसकर्मियों को मोर्चा संभालने में दिक्कत हुई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन उपद्रवियों का आचरण पेशेवर था और वे केवल हिंसा फैलाने के उद्देश्य से आए थे।
जिले के अधिकारी नहीं भांप पाए स्थिति की गंभीरता
पिछले पांच दिनों से संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर विवाद तेज हो गया था। हालांकि, जिले के अधिकारियों और सूचना तंत्र को इसका सही आकलन नहीं हो सका। रविवार को अचानक सर्वे टीम के पहुंचने के बाद विरोध और गुस्सा भड़क गया, जिससे हिंसा का माहौल बन गया। संभल से मुरादाबाद तक का सूचना तंत्र पूरी तरह से फेल हो गया, और इस तरह के बवाल की कोई पूर्व सूचना नहीं मिल पाई।





