उत्तर प्रदेश के कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में एसीपी के पद पर तैनात सुधांशु नायक आईएएस अधिकारी बन गए हैं। उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। 1 दिसंबर से वह मसूरी के लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय अकादमी में ट्रेनिंग के लिए जाएंगे। 2018 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा क्लियर की थी लेकिन कुछ कानूनी कारणों से उन्हें 2019 बैच मिला था। वह यूपी कैडर के लिए सेलेक्ट हुए था। इसके अगले ही साल उन्होंने 2020 में एक बार और यूपीएससी की परीक्षा क्लियर की और आईपीएस बन गए।
सुधांशु नायक की तैनाती कानपुर में एसीपी के पद पर थी। साल 2018 के यूपीएससी के नतीजों के आधार पर उनके पास आईएएस बनने का विकल्प था, जिसे उन्होंने चुन लिया है। अब वह अपने पद से इस्तीफा देकर ट्रेनिंग के लिए मसूरी जाएंगे। ईमानदार और समझदार आईपीएस अधिकारी के रूप में पहचाने जाने वाले सुधांशु नायक के बैच के 17 अधिकारी पहले से ही उत्तर प्रदेश में हैं। नायक को लेकर अब यह संख्या 18 हो जाएगी।
देवरिया के रहने वाले सुधांशु नायक की प्रारंभिक शिक्षा गांव के ही प्राइमरी विद्यालय में हुई थी। उसके बाद हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई पीपीगंज स्थित नवोदय विद्यालय से की। यहां से उनका चयन आईआईटी दिल्ली में हो गया। बीटेक के बाद उन्होंने वहीं रहकर सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी की। साल 2018 की परीक्षा में उनका चयन आईएएस अधिकारी के तौर पर हो गया। इसके एक साल बाद उन्होंने दोबारा परीक्षा दी और फिर सेलेक्ट हो गए।





