शेयर बाजार में आज भारी गिरावट देखी जा रही है. सेंसेक्स (Sensex) 1000 अंक से ज्यादा टूटकर 80,743.51 पर पहुंच गया था. वहीं Nifty50 इंडेक्स 315 अंक गिरकर 24,360 पर पहुंच चुका है. निफ्टी 50 के 45 शेयर गिरावट पर कारोबार कर रहे हैं, जबकि 5 शेयर मुनाफे पर हैं. श्रीराम फाइनेंस 4 फीसदी से ज्यादा गिरा है. वहीं Bharti Airtel के शेयर 3 फीसदी, RIL के शेयर 1 फीसदी से ज्यादा और टीसीएस के शेयर 2 फीसदी गिर चुके हैं
पिछली रात अमेरिकी बाजार में बड़ा स्लोडाउन देखने को मिला था, जिस कारण अमेरिकी स्टॉक मार्केट (Stock Market) में बड़ी गिरावाट आई थी। क्योंकि अमेरिकी फेडरल बैंक ने देर रात रेट कटौती (Fed Rate Cut) का ऐलान किया। फेडरल बैंक ने 0.25 फीसदी रेट कट किया है और अभी दो और कटौती का अनुमान लगाया है, जिस कारण बाजार का मूड खराब हो गया और यूएस मार्केट में बड़ी गिरावट आई।
वहीं इसका असर आज गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिल रहा है। कारोबार के शुरुआत में सेंसेक्स 1100 अंक से ज्यादा टूटकर खुला, जबकि निफ्टी 400 अंक से ज्यादा टूटकर खुला। हालांकि कुछ देर बाद स्थिति थोड़ी संभली हुई दिखाई दी। सेंसेक्स अभी 917 अंक गिरकर 79,238.08 पर कारोबार कर रहे हैं। वहीं Nifty50 283 अंक गिरकर 23,914.95 पर कारोबार कर रहा है। बैंक निफ्टी में 744 अंक की गिरावट आई है।
रसातल में रुपया !
रुपया पहली बार 85 के लेवल के नीचे जा गिरा है. करेंसी मार्केट में रुपया 12 पैसे की गिरावट के साथ एक डॉलर के मुकाबले 85.06 रुपये के लेवल के नीचे जा फिसला है. अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व ने महंगाई दर का अनुमान 2025 के लिए बढ़ा दिया है तो ब्याज दरों में केवल दो बार कटौती करने की बात कही है जिसके चलते रुपये पर दबाव देखा जा रहा है.
डॉलर डिमांड बढ़ने से रुपया हुआ कमजोर
करेंसी मार्केट में एक डॉलर के मुकाबले रुपये 85.04 के लेवल पर खुला और फिसलकर 85.07 के लेवल पर जा गिरा. पिछले सेशन में रुपया 84.96 के लेवल पर क्लोज हुआ था. ये पहला मौका है जब एक डॉलर के मुकाबले रुपये 85 के नीचे जा लुढ़का है. इंपोर्टर्स की ओर से डिमांड बढ़ने, शेयर बाजार में बिकवाली कर विदेशी निवेशक अपना पैसा निकाल रहे हैं इससे डॉलर मांग बढ़ी है जिससे रुपये में कमजोरी देखी जा रही है.
रुपया कमजोर, शेयर बाजार में बिकवाली
अमेरिकी फेडरल बैंक ने दो दिनों की मीटिंग के बाद 18 दिसंबर को पॉलिसी का एलान करते हुए ब्याज दरों में एक चौथाई फीसदी की कटौती की है. लेकिन 2025 के लिए महंगाई दर के अपने अनुमान को 2.1 फीसदी से बढ़ाकर 2.5 फीसदी कर दिया है. फेड रिजर्व ने कहा है कि 2025 में वो केवल दो बार ब्याज दरों मेंकटौती करेगा. जबकि पहले उसे 4 बार कटौती करने का एलान किया था. इससे निवेशकों के बीच निराशा है. फेड के इस फैसले के चलते डॉलर के मुकाबले दूसरी करेंसी कमजोर हुई है जिसमें रुपया भी शामिल है.
और कितना गिरेगा रुपया?
नवंबर महीने में भारत का व्यापार घाटा ऑलटाइम निचले लेवल पर आ गया है. नवंबर 2024 में व्यापार घाटा पिछले सभी रिकॉर्ड्स को तोड़ते हुए 37.84 अरब डॉलर रहा है. 20 जनवरी, 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) शपथ लेंगे. चुनाव में उनके जीत के बाद से ही डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपये (Rupee) में गिरावट जारी है. ट्रंप की जीत के बाद से डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) मजबूत हुआ है और सत्ता में आने के बाद डॉलर के और मजबूत होने की संभावना है. इससे रुपये में और भी कमजोरी देखी जा सकती है.
गिरते बाजार में भी दमदार कमाई
लेकिन फेडरल रिजर्व बैंक की ओर से रेट कटौती के बाद भारतीय शेयर बाजार (Stock Market Crash) में बड़ी गिरावट देखी जा रही है. सेंसेक्स 1000 अंक गिरकर करोबार कर रहा है तो वहीं Nifty करीब 250 अंक टूट चुका है. इस बीच एक IPO की दमदार लिस्टिंग हुई है, जिसने निवेशकों की जबरदस्त कमाई कराई है. इस IPO ने 43 फीसदी प्रीमियम पर मार्केट में एंट्री ली है. गुरुवार को गिरते बाजार में भी Inventurus Knowledge Solutions (IKS Health) के शेयरों ने धांसू एंट्री ली और 43 फीसदी प्रीमियम के साथ इसके शेयर एनएसई पर 1,900 रुपये पर लिस्ट हुए. जबकि IKS Health आईपीओ का प्राइस बैंड 1,329 रुपये था. वहीं बीएसई पर 39.65 प्रतिशत के प्रीमियम के साथ 1,856 रुपये इस कंपनी के शेयर लिस्ट हुए