नई दिल्ली. अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में आने में अभी भी दो महीने का वक्त बचा है लेकिन इससे पहले अमेरिका-मैक्सिको बॉर्डर पर एक अजीब सी भगदड़ मची हुई है. वॉल स्ट्रीट जर्नल के की रिपोर्ट के मुताबिक मानव तस्कर अवैध रूप से अमेरिका में घुसने की इच्छा रखने वाले लोगों से यह रिक्वेस्ट कर रहे हैं कि जल्द से जल्द वो अमेरिका में घुस जाएं. एक बार ट्रंप सरकार के आने के बाद अमेरिका में अवैध एंट्री बेहद मुश्किल हो जाएगी. ट्रंप के चुनावी एजेंडे में पड़ोसी देशों से अवैध रूप से घुसने का मुद्दा रहा था. दक्षिणी सीमा पर अमेरिकी पक्ष के अधिकारियों ने डेली कॉलर न्यूज को बताया कि अंतिम समय में अवैध प्रवासियों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना के लिए वो तैयार हैं.
ट्रम्प प्रशासन द्वारा यह संकेत दिए गए थे कि वो सख्त इमीग्रेशन नीति को प्राथमिकता देंगे. जो बाइडेन की मौजूदा सरकार का फोकस कभी भी ज्यादा अवैध घुसपैठियों पर नहीं रहा है. ऐसे में अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करने की चाह रखने वाले बार्डर पर तेजी से पहुंच रहे हैं. बताया गया कि अभी रोजाना 800 से 1,000 लोग अवैध रूप से अमेरिका में एंट्री ले रहे हैं. ट्रंप का मानना है कि अवैध रूप से अमेरिका में घुसने वाले लोग उनके संसाधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं.
जल्दी-जल्दी घुस जाओ…
वाल स्ट्रीट जनरल की खबर के अनुसार पनामा और कोलंबिया सीमा पर डेरियन गैप के करीब जंगल क्षेत्र में हर साल दुनिया भर से हजारों लोग पहुंचते हैं. उनका मकसद मैक्सिको के रास्ते अमेरिका में एंट्री लेने का होता है. अखबार ने एक व्हाट्सएप ग्रुप मैसेज का हवाला देते हुए कहा कि इस ग्रुप में प्रवासियों को एक तस्कर ने बताया कि उसे ट्रम्प प्रशासन के तहत और अधिक लोगों को निकाले जाने की उम्मीद है. लोगों से कहा गया कि जल्दी-जल्टी अमेरिका में घुस जाओ, वर्ना बाद में ट्रंप आ जाएगा.
घुसपैठियों के यहां जन्में बच्चों को भी नहीं मिलेगी नागरिकता
दावा किया गया कि जो बिडेन के चार साल के कार्यकाल के दौरान अबतक अमेरिका- मेक्सिको बार्डर से लगभग 8.5 मिलियन प्रवासी घुसे. ट्रंप ने कहा था कि राष्ट्रपति बनने के बाद वो अमेरिका-मेक्सिको सीमा की दीवार के निर्माण का काम जारी रखेंगे. बॉर्डर पर पेट्रोलिंग को बढ़ाया जाएगा. साथ ही अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़ा घुसपैठियों को निकालने का कार्यक्रम शुरू करने का संकल्प लिया था. उन्होंने अवैध प्रवासी माता-पिता द्वारा यू.एस. की धरती पर जन्मे बच्चों की नागरिकता भी खत्म करने  का संकल्प लिया है.





